Delhi Assembly Elections से कुछ दिन पहले, बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक और बड़ा झटका लगा है। राजेंद्र नगर विधानसभा में रहने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य संजीव अरोड़ा अपनी पूरी टीम के साथ आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए।
आम आदमी पार्टी में संजीव अरोड़ा की एंट्री
पार्टी मुख्यालय में वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह ने पटका और टोपी पहनाकर सभी को सदस्यता दिलाई। इस मौके पर वरिष्ठ नेता और राजेंद्र नगर से प्रत्याशी दुर्गेश पाठक ने संजीव अरोड़ा समेत उनकी पूरी टीम का आम आदमी पार्टी परिवार में स्वागत किया।
25 वर्षों की निष्ठा के बाद बीजेपी को अलविदा
संजीव अरोड़ा पिछले 25 वर्षों से बीजेपी से जुड़े रहे हैं और इस दौरान उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी के लिए काम किया।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह और विधायक दुर्गेश पाठक ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता आयोजित की। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य संजीव अरोड़ा अपनी पूरी टीम के साथ बीजेपी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
बीजेपी में संजीव अरोड़ा की भूमिका
संजय सिंह ने कहा कि संजीव अरोड़ा बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और मीडिया प्रभारी, बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी, बीजेपी जिला करोल बाग के कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
इसके अलावा, वे पिछले 30 वर्षों से सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे हैं। अपनी संस्था ‘इंद्रप्रस्थ संजीवनी’ के तहत करीब 50,000 लोगों की टीम के साथ उन्होंने पूरी दिल्ली में समाज सेवा का कार्य किया है। वह केपीएस गिल फाउंडेशन और नारायण विहार सोशल वेलफेयर सोसाइटी के भी अध्यक्ष हैं।
अरविंद केजरीवाल की नीतियों से प्रभावित
संजय सिंह ने कहा कि संजीव अरोड़ा अनेक महामंडलेश्वर संतों के आशीर्वाद से ‘गंगा पुत्र’ की उपाधि से सम्मानित किए गए हैं। संजय सिंह ने कहा, “मैं इनका आम आदमी पार्टी में स्वागत करता हूँ।”
वहीं, विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि संजीव अरोड़ा राजेंद्र नगर और करोल बाग के इलाके में अपने एनजीओ के माध्यम से पिछले कई सालों से सक्रिय हैं और लोगों की काफी मदद की है। उन्होंने आगे कहा कि संजीव अरोड़ा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की इस मुहिम को और ताकत मिलेगी।
बीजेपी छोड़ने का कारण
संजीव अरोड़ा ने इस दौरान बताया कि वह पिछले 25 वर्षों से बीजेपी से जुड़े रहे हैं, लेकिन अब पार्टी की विचारधारा पहले जैसी नहीं रही। उन्होंने कहा कि टिकट वितरण की प्रक्रिया में न केवल उन्हें बल्कि उनसे भी वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किया गया।
उन्होंने आगे कहा, “मुझसे वरिष्ठ नेताओं को भी टिकट देने के बजाय ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया जो अभी हाल ही में पार्टी में शामिल हुआ है। उस उम्मीदवार के बारे में सभी जानते हैं कि वह रात 8 बजे से अगले दिन दोपहर 12 बजे तक किसी से नहीं मिलता और न ही किसी का फोन उठाता है।”
बीजेपी के फैसले पर सवाल
संजीव अरोड़ा ने कहा कि बीजेपी ने आखिर किस सोच के तहत इस व्यक्ति को टिकट दिया है, यह किसी को समझ नहीं आ रहा है। इससे राजेंद्र नगर का हर कार्यकर्ता आहत है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों पर चलकर समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के लिए काम कर रहे हैं।
झुग्गीवासियों के लिए योजनाएँ
संजीव अरोड़ा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल झुग्गीवासियों के बारे में सोच रहे हैं और उनके लिए विभिन्न योजनाएँ बना रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने बीजेपी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया।
आम आदमी पार्टी को कितना फायदा?
संजीव अरोड़ा जैसे वरिष्ठ नेता का आम आदमी पार्टी में शामिल होना चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। उनकी मजबूत पकड़ और वर्षों का राजनीतिक अनुभव आम आदमी पार्टी को राजेंद्र नगर और आसपास के इलाकों में मजबूती दे सकता है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजीव अरोड़ा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से न केवल बीजेपी को झटका लगा है, बल्कि यह आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता का भी संकेत है। चुनाव से ठीक पहले इस तरह के बदलाव आगामी चुनावों पर गहरा असर डाल सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटनाक्रम का दिल्ली विधानसभा चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ता है।