Kohli failed in Ranji: रणजी ट्रॉफी में दिल्ली और रेलवे के बीच मुकाबला अरुण जेटली स्टेडियम में जारी है। मैच के दूसरे दिन दिल्ली की पहली पारी का दूसरा विकेट गिरा। इसके बाद जैसे ही विराट कोहली बल्लेबाजी के लिए आए, पूरा स्टेडियम उनके नाम से गूंज उठा। पूरे स्टेडियम में ‘कोहली-कोहली’ की आवाजें गूंज रही थीं। हालांकि, जल्द ही स्टेडियम में सन्नाटा भी पसर गया, क्योंकि कोहली कुछ ही मिनट बाद हिमांशू सांगवान का शिकार बन गए।
हिमांशू ने कोहली को क्लीन बोल्ड किया। वह 15 गेंदों में एक चौके की मदद से छह रन बना सके। उनके आउट होते ही फैंस स्टेडियम छोड़कर जाते भी दिखे। मैच के पहले दिन रिकॉर्ड दर्शकों के बाद दूसरे दिन भी कोहली को देखने के लिए हजारों की संख्या में फैंस पहुंचे। इससे पता चलता है कि उनका जादू अब भी बरकरार है। इतना ही नहीं, कोहली जब पवेलियन में शैडो बैटिंग प्रैक्टिस भी कर रहे थे और कैमरे ने जैसे ही उन पर फोकस किया, स्टेडियम में मौजूद फैंस ने उन्हें जमकर चीयर किया।
कोहली के लिए गजब का उत्साह
रेलवे की टीम ने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद अपनी पहली पारी में 241 रन बनाए थे। दिल्ली ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के समय तक अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 41 रन बनाए थे। तब यश ढुल और सनत सांगवान नाबाद थे। आज भी वही बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन फैंस अपनी ही टीम के खिलाफ हो गए और कोहली-कोहली का शोर मचाकर किसी के आउट होने के लिए मनाने लगे। दिल्ली को दूसरा झटका यश ढुल के रूप में लगा और वह 32 रन बनाकर राहुल शर्मा का शिकार बने। इसके बाद विराट बल्लेबाजी के लिए मैदान में आए और फैंस में गजब का उत्साह देखने को मिला।
विराट के आउट होने पर स्टेडियम में पसरा सन्नाटा
विराट को देखने आज भी 10 हजार से ज्यादा दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे। फैंस के उत्साह का वीडियो भी सामने आया है। जैसे-जैसे विराट क्रीज की ओर बढ़ रहे थे, फैंस का शोर उतना बढ़ता जा रहा था। विराट रणजी में 12 साल बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन एक बार फिर फेल रहे। पिछली बार वह नवंबर 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ मैच में उतरे थे। विराट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके। विराट के आउट होते ही पूरे स्टेडियम में सन्नाटा पसर गया। फैंस विश्वास नहीं कर सके कि उनका चहेता स्टार इतनी जल्दी आउट हो गया। विराट पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म में रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में वह छह पारियों में 91 रन और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नौ पारियों में 190 रन बना सके थे। भारत ने ये दोनों सीरीज गंवाई थी।
रेलवे की पारी
इससे पहले नवदीप सैनी, सिद्धांत शर्मा और मनी ग्रेवाल की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने पहले दिन की परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए रेलवे का स्कोर पांच विकेट पर 66 रन कर दिया। इसके बाद उपेंद्र यादव और अनुभवी स्पिनर कर्ण शर्मा (50) ने छठे विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी करके रेलवे को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। कोहली की उपस्थिति के कारण पहले दिन 12000 से ज्यादा दर्शक स्टेडियम में पहुंचे थे। दिल्ली ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था और इस कारण कोहली को पहले दिन बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। उपेंद्र ने हालांकि दर्शकों के सामने अपनी प्रतिभा का शानदार परिचय दिया।
उपेंद्र जब सत्र में अपना तीसरा शतक पूरा करने की तरफ बढ़ रहे थे, तब उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर सुमित माथुर की गेंद पर हवा में शॉट खेला और लॉन्ग ऑफ पर कैच दे दिया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया। दिल्ली की तरफ से सैनी और ग्रेवाल ने क्रमशः 18 और 17 ओवर किए, जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सिद्धांत ने नौ ओवर किए। सैनी और सिद्धांत ने तीन-तीन जबकि ग्रेवाल ने दो विकेट लिए। पहले दिन का आकर्षण हालांकि कोहली थे और उन्होंने रेलवे की पारी के दौरान मैदान पर रहकर दर्शकों के साथ-साथ अपनी टीम के खिलाड़ियों का हौसला भी बढ़ाया। वह अधिकतर समय स्लिप में खड़े रहे।
फैंस की निराशा और कोहली का प्रदर्शन
कोहली का यह प्रदर्शन निश्चित रूप से उनके फैंस के लिए निराशाजनक रहा। लंबे समय बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी करने वाले विराट से उम्मीदें बहुत अधिक थीं, लेकिन वह अपनी फॉर्म में सुधार नहीं कर सके। फैंस उनकी बल्लेबाजी देखने के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे थे, लेकिन उन्हें मात्र छह रन पर आउट होते देख निराशा हाथ लगी।
आने वाले मैचों में कोहली से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपनी फॉर्म में वापसी कर पाते हैं या नहीं। रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट में उनके रन बनाना भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी एक सकारात्मक संकेत होगा।
One thought on “Kohli failed in Ranji: रणजी में भी नहीं चला कोहली का बल्ला, फैंस को निराशा हाथ लगी”