CH Naxalite Encounter
CH Naxalite Encounter: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में अब तक 16 नक्सली मारे जा चुके हैं। यह मुठभेड़ रविवार रात से लेकर अब तक जारी है और इसमें और अधिक नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है। सुरक्षाबलों को मिली इस बड़ी सफलता में भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। इनमें एके-47, एसएलआर, आईएनएसएएस जैसी स्वचालित राइफलें शामिल हैं।
कुल्हाड़ीघाट स्थित भालू डिग्गी के घने जंगल में चल रहे इस ऑपरेशन में एक हजार से अधिक सुरक्षाबलों ने 60 से अधिक नक्सलियों को घेर रखा है। यह क्षेत्र मैनपुर थाना क्षेत्र में आता है। मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ की कोबरा यूनिट का एक जवान घायल हो गया, जिसे एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है।
इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इनमें कई वरिष्ठ नक्सली शामिल हैं। सीनियर कैडरों की पहचान की जा रही है।
आईजी रायपुर जोन अमरेश मिश्रा ने बताया कि 16 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इसके अलावा तीन आईडी भी बरामद हुई हैं। सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन को जारी रखा है ताकि बच निकले नक्सलियों को पकड़ा जा सके।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षाबलों की इस कामयाबी की सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। जवानों की बहादुरी को सलाम करता हूं। यह मुठभेड़ हमारी डबल इंजन सरकार की प्रभावी रणनीति का परिणाम है।”
इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती भी शामिल है। जयराम नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी का सदस्य था। उसके मारे जाने से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है।
मुठभेड़ के दौरान छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सुरक्षाबलों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। इसमें 10 अलग-अलग टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें सीआरपीएफ की 207 कोबरा यूनिट, 65 और 211 बटालियन, एसओजी नुआपाड़ा और गरियाबंद ऑपरेशन ग्रुप ई30 शामिल थीं।
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गरियाबंद मुठभेड़ से पहले बीजापुर में सुरक्षाबलों ने 18 नक्सलियों को मार गिराया था। छत्तीसगढ़ में चलाए जा रहे सघन अभियानों से स्पष्ट है कि नक्सलियों की पकड़ कमजोर हो रही है। सरकार और सुरक्षाबलों की रणनीति से प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य तेजी से पूरा होता नजर आ रहा है।
सुरक्षा बलों के इस अद्वितीय प्रयास ने साबित कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर है।
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