Delhi Assembly Election Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं, और इस बार ग्रेटर कैलाश सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत दर्ज की है। बीजेपी की उम्मीदवार शिखा रॉय ने आम आदमी पार्टी (AAP) के सौरभ भारद्वाज को हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया। शिखा रॉय ने कुल 49,594 वोट प्राप्त किए, जबकि सौरभ भारद्वाज को अपेक्षाकृत कम वोट मिले। इस सीट पर आप और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखी गई, लेकिन अंततः जीत बीजेपी के पक्ष में गई।
चुनाव का परिणाम और पिछला रिकॉर्ड
ग्रेटर कैलाश सीट से आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज लगातार तीन बार विधायक रह चुके थे। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी की शिखा राय को 16,809 वोटों के अंतर से हराया था। उस समय सौरभ भारद्वाज को 60,372 वोट मिले थे, जबकि शिखा राय को 43,563 वोट प्राप्त हुए थे। इससे पहले, 2015 और 2013 में भी सौरभ भारद्वाज ने आम आदमी पार्टी की टिकट पर जीत दर्ज की थी।



हालांकि, 2025 के इस चुनाव में बीजेपी ने अपनी रणनीति को और अधिक धारदार बनाया और अंततः शिखा रॉय को उम्मीदवार बनाकर जीत हासिल की। इस चुनाव में कांग्रेस ने गर्वित सिंधवी को मैदान में उतारा, लेकिन वे मुख्य मुकाबले में नहीं आ पाए।
ग्रेटर कैलाश सीट का सामाजिक समीकरण
ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के प्रमुख और समृद्ध क्षेत्रों में से एक है। यह क्षेत्र उच्च और मध्यम वर्ग के मतदाताओं का गढ़ माना जाता है। इस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाएं और विकास प्रमुख मुद्दे होते हैं। आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनावों में इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर अपनी मजबूत पकड़ बनाई थी।
बीजेपी का मुख्य रूप से परंपरागत हिंदू वोटबैंक इस क्षेत्र में प्रभावी रहा है। बीजेपी की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता ने भी इस चुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाया। इसके अलावा, इस बार बीजेपी ने क्षेत्र में विकास और सुरक्षा को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया, जिससे उन्हें सफलता मिली।
चुनावी रणनीति और मुख्य कारण
बीजेपी की सशक्त रणनीति:
बीजेपी ने ग्रेटर कैलाश क्षेत्र में अपने प्रचार को मजबूती से आगे बढ़ाया।
उच्च वर्ग और व्यापारिक समुदाय को लुभाने के लिए विशेष अभियान चलाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जनसभाओं का लाभ उठाया।
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आप की कमजोरियां:
सौरभ भारद्वाज पिछले तीन चुनावों में जीत दर्ज कर चुके थे, लेकिन इस बार मतदाताओं में बदलाव का रुझान देखा गया।
आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ कुछ नकारात्मक मुद्दे भी उभरे, जिससे उनकी स्थिति कमजोर हुई।
कांग्रेस की निष्क्रियता:
कांग्रेस इस सीट पर प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाई और मुकाबले से बाहर रही।
गर्वित सिंधवी को क्षेत्र में अपेक्षित समर्थन नहीं मिल सका।
ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत प्रभावी तरीके से प्रचार किया और आप को कड़ी टक्कर देकर जीत दर्ज की। शिखा रॉय की इस जीत से बीजेपी का मनोबल बढ़ा है, जबकि आम आदमी पार्टी के लिए यह एक झटका साबित हुआ है। इस नतीजे से यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली की राजनीति में बीजेपी का प्रभाव बढ़ रहा है और भविष्य के चुनावों में यह नया समीकरण अहम भूमिका निभा सकता है।