Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में चांदनी चौक सीट पर प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। हालांकि, वर्तमान में इस सीट से कुल कितने उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, इसकी सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। मुख्यतः आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय संघर्ष की संभावना है।
Historical Perspective of Chandni Chowk Seat
चांदनी चौक दिल्ली का एक प्रमुख ऐतिहासिक और व्यावसायिक केंद्र है, जिसे 17वीं शताब्दी में मुगल सम्राट शाहजहाँ ने स्थापित किया था। यह क्षेत्र अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और व्यस्त बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,26,233 मतदाता हैं, जिनमें 68,547 पुरुष, 57,667 महिला और 19 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में चांदनी चौक सीट पर मुख्यतः तीन प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं:
आम आदमी पार्टी (AAP): पार्टी ने मौजूदा विधायक प्रह्लाद सिंह साहनी के बेटे, पूर्णदीप सिंह साहनी को उम्मीदवार बनाया है। पूर्णदीप वर्तमान में इस क्षेत्र के पार्षद हैं और उनके पिता प्रह्लाद सिंह साहनी पांच बार विधायक रह चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी (BJP): भाजपा ने सतीश जैन को टिकट दिया है, जो एक अनुभवी राजनेता हैं। उनका राजनीतिक सफर 1967 में जनसंघ के साथ शुरू हुआ था और वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे हैं। सतीश जैन एक सफल व्यवसायी हैं और व्यापारिक समुदाय में उनकी मजबूत पकड़ है। भाजपा उम्मीदवार सतीश जैन पूर्व निगम पार्षद और सिविल लाइन जोन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं इससे पहले भी यह चुनाव लड़ चुके हैं और क्षेत्र में उनकी खासी पकड़ है
कांग्रेस (INC): कांग्रेस ने मुदित अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है, जो पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल के बेटे हैं। जयप्रकाश अग्रवाल चांदनी चौक क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय रहे हैं और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तथा सांसद रह चुके हैं।
चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या
चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के सबसे पुराने और ऐतिहासिक क्षेत्रों में से एक है, जो अपने व्यस्त बाजारों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र में कुल 1,26,233 मतदाता हैं, जिनमें 68,547 पुरुष, 57,667 महिलाएं और 19 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। यहां लगभग 30% मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं, जो चुनावी समीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
चुनावी माहौल की बात करें तो सभी प्रमुख पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में लगी हुई हैं। आम आदमी पार्टी क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए सक्रिय है, जबकि भाजपा और कांग्रेस भी मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। चांदनी चौक क्षेत्र में बिजली, पानी और जर्जर तारों की समस्याएं प्रमुख मुद्दे हैं, जिन पर उम्मीदवारों का ध्यान केंद्रित है।
चांदनी चौक सीट पर पिछले चुनावों के परिणामों पर नजर डालें तो:
2020: AAP के प्रह्लाद सिंह साहनी ने 50,891 वोट हासिल कर भाजपा के सुमन कुमार गुप्ता (21,307 वोट) को 29,584 वोटों के अंतर से हराया।
2015: AAP की अलका लांबा ने 36,756 वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा के सुमन कुमार गुप्ता को 18,469 वोट मिले।
2013: कांग्रेस के प्रह्लाद सिंह साहनी ने 26,335 वोटों के साथ जीत हासिल की, भाजपा के सुमन कुमार गुप्ता को 18,092 वोट मिले।
इन परिणामों से स्पष्ट है कि चांदनी चौक सीट पर AAP ने पिछले दो चुनावों में सफलता हासिल की है, जबकि भाजपा को 1993 के बाद से जीत का इंतजार है।
चांदनी चौक सीट पर आप, भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। आप अपनी पिछली जीतों को दोहराने का प्रयास करेगी, जबकि कांग्रेस मुस्लिम वोटरों को आकर्षित करने की कोशिश में है। भाजपा भी अपने समर्थन को बढ़ाने के लिए सक्रिय है। चुनावी परिणाम मतदाताओं की प्राथमिकताओं और चुनावी मुद्दों पर उम्मीदवारों की नीतियों पर निर्भर करेंगे।
जनता के बीच मौजूदा माहौल को देखते हुए, मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है। AAP अपनी हैट्रिक बनाने की कोशिश में है, जबकि भाजपा और कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं। चांदनी चौक के मतदाता उम्मीदवारों के अनुभव, क्षेत्र में उनकी सक्रियता और स्थानीय मुद्दों पर उनके दृष्टिकोण के आधार पर अपना निर्णय लेंगे।
अंततः, चुनावी नतीजे मतदाताओं की प्राथमिकताओं और उम्मीदवारों की चुनावी रणनीतियों पर निर्भर करेंगे। चांदनी चौक की जनता के निर्णय का सभी को बेसब्री से इंतजार रहेगा।