HMPV Virus News Update: HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस) वायरस hmpv virus ने दुनिया के कई देशों में चिंता का कारण बना दिया है। खासकर भारत में विभिन्न राज्यों में इसके मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि, चीन से आई ताजातरीन रिपोर्ट ने दुनिया भर में राहत की लहर दौड़ा दी है। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों hmpv virus china के अनुसार, उत्तर चीन के प्रांतों में HMPV के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। इस वायरस के मामलों में कमी आने से वैश्विक स्तर पर चिंता की स्थिति में थोड़ी राहत मिली है।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV एक सामान्य श्वसन वायरस है, जो इंसानों के बीच कई दशकों से पाया जा रहा है। यह वायरस hmpv virus cases in india मुख्य रूप से फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है, जैसे हल्का बुखार, खांसी, नाक बहना और सांस लेने में कठिनाई। HMPV के मामलों में आमतौर पर नवंबर से मई तक वृद्धि होती है। 2001 में इस वायरस को वैज्ञानिकों ने पहली बार पहचाना था, हालांकि यह दशकों से मानवों में मौजूद था। वैश्विक स्तर पर यह वायरस 4-16% तक तीव्र श्वसन संक्रमण के मामलों का कारण बनता है।
हाल के मामलों की स्थिति
चीन के स्वास्थ्य आयोग के अधिकारियों hmpv virus cases in china ने हाल ही में जानकारी दी कि उत्तर चीन के प्रांतों में HMPV के मामलों में गिरावट आई है। चीनी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की शोधकर्ता वांग लिपिंग ने इस वायरस के बारे में स्पष्ट किया कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और यह कई सालों से इंसानों के बीच मौजूद है। उन्होंने यह भी बताया कि हाल के वर्षों में मामलों की संख्या में वृद्धि मुख्य रूप से बेहतर परीक्षण तकनीकों के कारण हुई है।
वांग लिपिंग के अनुसार, अब HMPV के मामलों की पॉजिटिव hmpv virus india दर घट रही है, विशेष रूप से उत्तर चीन में और 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में इस वायरस के मामलों की संख्या में कमी आई है। इसके अलावा, बुखार क्लीनिकों और इमरजेंसी विभागों में भी मामूली वृद्धि देखी गई है, लेकिन यह पिछले साल की तुलना में अब भी काफी कम है।
WHO का बयान और वैश्विक चिंताएं
हाल ही में सोशल मीडिया पर चीन के अस्पतालों में hmpv virus in hindi मास्क पहने मरीजों की तस्वीरें वायरल होने के बाद HMPV वायरस को लेकर वैश्विक चिंताएं बढ़ गई थीं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्पष्ट किया कि चीन या किसी अन्य देश में इस वायरस से जुड़े असामान्य प्रकोप की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। WHO के मुताबिक, HMPV कोई नया वायरस नहीं है और यह दशकों से मौजूद है, जिससे अधिकांश लोग प्राकृतिक रूप से इम्यून हो चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार, 5 साल की उम्र तक अधिकांश बच्चे इस वायरस से संक्रमित हो चुके होते हैं।
HMPV के लक्षण और जोखिम
HMPV के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं, जैसे कि बुखार, खांसी, नाक बहना और सांस लेने में कठिनाई। हालांकि, जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जैसे कि छोटे बच्चे, वृद्ध लोग और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर हो, उन्हें इस वायरस से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, जिन शिशुओं को पहले बार यह वायरस प्रभावित करता है, वे भी ज्यादा जोखिम में होते हैं।
क्या HMPV के लिए कोई वैक्सीन या दवा है?
HMPV के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन या दवा hmpv virus symptoms उपलब्ध नहीं है। हालांकि, यह वायरस आमतौर पर गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता है, और ज्यादातर लोग बिना इलाज के ठीक हो जाते हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, जैसे कि हाथों की सफाई, मास्क पहनना और संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहना।
चीन से आई राहत की खबर
चीन से मिली जानकारी ने वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय को राहत दी है। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर चीन में human metapneumovirus hmpv virus के मामलों में गिरावट हो रही है, खासकर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में। इससे यह साबित होता है कि वायरस की निगरानी और बेहतर परीक्षण तकनीकों के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा, समय पर इलाज और सावधानी बरतने से वायरस के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है।
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