Hot Air Balloon Accident: प्रयागराज के सेक्टर 20 में सोमवार को एक हॉट एयर बैलून दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इस घटना में दो बच्चे भी शामिल थे। सभी घायलों को एंबुलेंस के जरिए उप केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक इलाज किया गया। इसके बाद उन्हें स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय (एसआरएन) के बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया।
दुर्घटना तब हुई जब हीलियम गैस से भरा हॉट एयर बैलून जमीन से उड़ान भरते ही फट गया। इससे बैलून में सवार सभी छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घटना के समय बैलून में ऋषिकेश के रहने वाले 27 वर्षीय प्रदीप और 16 वर्षीय निखिल, हरिद्वार के 12 वर्षीय अमन, प्रयागराज के 50 वर्षीय मयंक, मध्य प्रदेश के खगुन निवासी 32 वर्षीय ललित और इंदौर के 25 वर्षीय शुभम सवार थे। इनमें से मयंक को छोड़कर बाकी सभी के चेहरे और हाथों पर आग की मामूली लपटें लगीं।
उप केंद्रीय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दोपहर करीब तीन बजे छह झुलसे हुए लोगों को अस्पताल लाया गया। डॉ. सुयस कुमार और उनकी टीम ने आईसीयू में सभी का प्राथमिक इलाज किया और फिर उन्हें एसआरएन अस्पताल के बर्न यूनिट में रेफर कर दिया गया। शाम तक सभी घायल एसआरएन अस्पताल में भर्ती रहे।
इसी बीच, सेक्टर 14 स्थित कर्णप्रयाग चिकित्सालय में जौनपुर के 45 वर्षीय कृष्णा मिश्रा को गंभीर हालत में लाया गया। मरीज की नाक से खून निकल आया था और उनका ब्लड प्रेशर अधिक बढ़ा हुआ पाया गया। डॉ. मृत्युंजय और डॉ. शशि भूषण ने उनका इलाज किया और जीवन रक्षक दवाएं दीं। इससे कृष्णा की हालत में सुधार होने लगा और सोमवार सुबह तक उन्हें पूरी तरह स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
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इस घटना के बाद प्रयागराज में हॉट एयर बैलून की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि इस बैलून की व्यवस्था एक प्राइवेट एजेंसी के द्वारा की गई थी।
दूसरी ओर, महाकुंभ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पवित्र त्रिवेणी में स्नान करने पहुंचेंगे। वह संगम तट पर गंगा की पूजा कर देशवासियों की कुशलता की कामना करेंगे। इससे पहले, 13 दिसंबर 2024 को प्रधानमंत्री ने संगम तट पर गंगा की आरती और पूजा कर महाकुंभ के सकुशल संपन्न होने की मंगलकामना की थी।
इस दुर्घटना ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। अब हॉट एयर बैलून की सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीरता से विचार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।