Maha Kumbh Incident: प्रयागराज में वाहन प्रतिबंध के कारण चित्रकूट में भारी जाम, 30 हजार से अधिक वाहन कतार में प्रयागराज में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध के चलते चित्रकूट में 30 हजार से अधिक वाहन फंस गए हैं। प्रशासन ने प्रयागराज बरगढ़ बॉर्डर से भरतकूप तक वाहनों को रोक दिया, जिससे झांसी-मीरजापुर हाईवे पर भीषण जाम लग गया। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को होर्डिंग एरिया में शिफ्ट कर वाहनों को खाली स्थानों पर पार्क कराया, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू हो सके।
प्रयागराज बॉर्डर सील, हाईवे पर जाम
रात करीब डेढ़ बजे प्रयागराज में भगदड़ की घटना के बाद शासन ने पड़ोसी जिलों को अलर्ट कर दिया। तड़के तीन बजे प्रशासन ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट और हाईवे को बैरिकेड कर सील कर दिया। प्रयागराज बॉर्डर को मुरका बरगढ़ से बंद कर दिया गया, जिससे एमपी से आने वाले वाहनों को भी रोका गया। देवांगना मार्ग, कमासिन मार्ग, यमुना ब्रिज, मारकुंडी मार्ग और डभौरा मार्ग को भी सील किया गया, जिससे जिले में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
ट्रैफिक कंट्रोल के लिए प्रशासन मुस्तैद
हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए डीआईजी अजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन और पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह स्वयं मौके पर मौजूद रहे। सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया था। हालांकि, करीब 12 घंटे बाद स्थिति सामान्य होनी शुरू हुई, लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर अभी भी 10 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है।
श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी
प्रशासन द्वारा प्रयागराज की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद करने से श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। झांसी-मीरजापुर हाईवे और कर्वी-राजापुर हाईवे से एक भी वाहन को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा, जबकि प्रयागराज से आने वाले वाहनों के लिए रास्ता खुला है।
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विदिशा (मध्यप्रदेश) से आए रामबाबू यादव ने बताया कि वे रात से एक्सप्रेसवे पर फंसे हुए हैं, लेकिन प्रशासन आगे जाने नहीं दे रहा। खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे लोग आक्रोशित हो रहे हैं। लौटना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि जाम बहुत लंबा है।
श्रद्धालुओं की निराशा
एमपी के सागर से आए गप्पू ने कहा कि वे महाकुंभ में स्नान के लिए पांच साल से इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब प्रयागराज जाने नहीं दिया जा रहा। ट्रेनों को भी स्टेशनों पर रोककर धीरे-धीरे रवाना किया जा रहा है। रात में चलने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस दोपहर एक बजे चित्रकूटधाम कर्वी से रवाना हुई। कई मेल व सुपरफास्ट ट्रेनें घंटों विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं। हालांकि, किसी भी ट्रेन को निरस्त नहीं किया गया।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
जिले की सीमाएं सील होने और हजारों वाहनों के फंसे होने से लोग असहाय महसूस कर रहे हैं। प्रशासन स्थिति सामान्य करने में जुटा है, लेकिन यातायात सुचारू होने में अभी समय लग सकता है।