Odisha News: ओडिशा के बोलनगीर जिले के कांताबंजी रेलवे स्टेशन पर मंगलवार (4 फरवरी) को रेलवे सुरक्षा कर्मियों ने एक मालगाड़ी के डिब्बे से 12 टीएनटी विस्फोटक सिलेंडर बरामद किए। इस घटना के सामने आते ही सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया और रेलवे पुलिस समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं। घटना की गंभीरता को देखते हुए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की।
रेलवे के एडीजी ने की घटना की पुष्टि
रेलवे के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अरुण बोथरा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बरामद किए गए विस्फोटक सिलेंडर सैंताला स्थित आयुध कारखाना बड़माल (ओएफबीएल) के थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है क्योंकि ये विस्फोटक रक्षा से जुड़े थे और गलती से स्टेशन पर रह गए थे। हालांकि, इस मामले की जांच जारी है ताकि भविष्य में इस तरह की कोई चूक न हो।
आयुध कारखाने के अधिकारियों की चूक आई सामने
जीआरपी सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र से ओएफबीएल के लिए दो डिब्बों में सामान लाया गया था। आयुध कारखाने के अधिकारियों ने एक डिब्बे से विस्फोटक सामग्री निकाल ली थी, लेकिन दूसरे डिब्बे में रखा सामान वहीं रह गया। इस चूक की वजह से विस्फोटक रेलवे स्टेशन पर ही छूट गया, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई। रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थान पर विस्फोटक सामग्री का छूट जाना गंभीर सुरक्षा चूक मानी जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, जांच जारी
विस्फोटक मिलने की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तुरंत हरकत में आ गईं। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को भी कुछ समय के लिए सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और पूरे क्षेत्र को घेरकर जांच की गई। इस दौरान बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
दस्तावेजों की पुष्टि के बाद लौटाए गए विस्फोटक
बोलनगीर के पुलिस अधीक्षक खिलारी ऋषिकेश ज्ञानदेव ने बताया कि आवश्यक दस्तावेजों की जांच के बाद विस्फोटक सिलेंडर ओएफबीएल के अधिकारियों को सौंप दिए गए। उन्होंने कहा कि यह संभवतः खेप प्राप्त करने वाले अधिकारियों की गलती थी, लेकिन फिर भी इस घटना की गहन जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसमें कोई संदिग्ध गतिविधि शामिल न हो।
सुरक्षा उपायों को किया जा रहा सख्त
इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने रेलवे मालगाड़ियों की जांच प्रक्रिया को और अधिक सख्त करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी। रेलवे पुलिस और आरपीएफ को निर्देश दिए गए हैं कि वे संवेदनशील स्थानों पर गहन जांच करें और रेलवे माल ढुलाई प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दें।
यात्रियों में दहशत, प्रशासन ने किया आश्वस्त
इस घटना के बाद यात्रियों में अस्थायी रूप से दहशत का माहौल बन गया। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए यात्रियों को आश्वस्त किया कि कोई भी खतरा नहीं है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षा संबंधी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
भविष्य में सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदम
इस घटना से सीख लेते हुए रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां अब नए दिशा-निर्देश तैयार कर रही हैं। रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने, मालगाड़ियों की कड़ी निगरानी करने और विस्फोटक सामग्री के परिवहन में विशेष सतर्कता बरतने के लिए नए प्रोटोकॉल अपनाए जाएंगे।
रेलवे और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी भी इस मामले की समीक्षा कर रहे हैं ताकि आगे से इस तरह की लापरवाही न हो। उम्मीद की जा रही है कि इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाएगा, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।