Who is the Chief Minister of Delhi
Who is the CM of Delhi: दिल्ली के रामलीला मैदान में भाजपा के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इस पर मंथन जारी है और बुधवार शाम तक इसका फैसला होने की उम्मीद है।
भाजपा के कई विधायक मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं, लेकिन अंतिम फैसला विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा। इसके बाद, भाजपा उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना से मुलाकात कर दिल्ली में सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश करेगी। भाजपा उपराज्यपाल को नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंपेगी, जिसके बाद उपराज्यपाल इस प्रस्ताव को राष्ट्रपति के पास भेजेंगे।
भाजपा के सूत्रों के अनुसार, विधायक दल की बैठक में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद रहेंगे, जो प्रस्ताव को आलाकमान तक पहुंचाएंगे। मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जिनमें प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता, शिखा राय, रवींद्र इंद्राज सिंह और कैलाश गंगवाल प्रमुख हैं।
इसके अलावा, यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाकर सबको चौंका सकती है। पहले भी राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने ऐसा किया था।
20 फरवरी को रामलीला मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। इस कार्यक्रम के लिए दिल्ली पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि समारोह में एसपीजी, एनएसजी और अर्धसैनिक बलों की आठ कंपनियां तैनात रहेंगी। इसके अलावा, हजारों दिल्ली पुलिस के जवान भी सुरक्षा संभालेंगे। समारोह स्थल तक जाने वाले सभी रास्तों की नाकेबंदी की जा रही है। आस-पास की इमारतों पर कमांडो तैनात किए गए हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं। इस कारण सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए एसपीजी की टीम भी मौजूद रहेगी।
कार्यक्रम में नेताओं के अलावा बॉलीवुड सेलेब्रिटीज और साधु-संतों को भी आमंत्रित किया गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई विशेष उपाय किए गए हैं। एसपीजी, अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस की बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है।
सुरक्षा बलों के लिए विशेष पास बनाए गए हैं, जो उनकी ड्यूटी के दौरान अनिवार्य होंगे। इसके अलावा, समारोह स्थल पर अस्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वीवीआईपी और आम जनता की एंट्री के लिए अलग-अलग गेट बनाए गए हैं।
रामलीला मैदान में आने वाले लोगों की एंट्री के लिए चार गेट बनाए गए हैं, जिन पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। वीवीआईपी की एंट्री तुर्कमान गेट से होगी, जबकि आम जनता की एंट्री अजमेरी गेट की तरफ से कराई जाएगी। मंच से लेकर मैदान तक सुरक्षा के मल्टी-लेयर इंतजाम किए गए हैं। पुलिस की मोबाइल पीसीआर गाड़ियां भी तैनात रहेंगी।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दिल्ली में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। रामलीला मैदान के आसपास ट्रैफिक पुलिस तैनात रहेगी। इसके अलावा, राजधानी को हाईअलर्ट पर रखा जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच भी पूरी तरह सतर्क रहेगी और हर गतिविधि पर नजर रखेगी।
सुरक्षा को लेकर लगातार बैठकें हो रही हैं। मंगलवार को दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के बीच अहम बैठक हुई, जिसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रणनीति तैयार की गई। कार्यक्रम के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
20 फरवरी को होने वाले इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह के लिए दिल्ली पूरी तरह से तैयार है। भाजपा इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाना चाहती है। ऐसे में सुरक्षा, प्रशासन और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर सरकार कोई कोताही नहीं बरत रही है।
बृहस्पतिवार को दिल्ली को उसका नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा, जिसके नेतृत्व में राज्य आगे बढ़ेगा।
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