Delhi Assembly Elections से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। शनिवार (1 फरवरी) को पार्टी के 8 विधायकों ने इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और वरिष्ठ नेता बैजयंत जय पांडा की मौजूदगी में इन नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।
कौन-कौन विधायक हुए बीजेपी में शामिल?
आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने वाले विधायकों में ये नाम शामिल हैं:
- आदर्श नगर – पवन शर्मा
- मादीपुर – गिरीश सोनी
- जनकपुरी – राजेश ऋषि
- बिजवासन – बीएस जून
- पालम – भावना गौर
- त्रिलोकपुरी – रोहित मेहरौलिया
- कस्तूरबा नगर – मदनलाल
- महरौली – नरेश यादव
इन विधायकों के पार्टी छोड़ने से आम आदमी पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है, क्योंकि ये सभी विधायक दिल्ली की अलग-अलग विधानसभा सीटों से चुने गए थे।



क्यों छोड़ी AAP?
सूत्रों के अनुसार, ये विधायक टिकट न मिलने से नाराज थे और अन्य दलों के संपर्क में थे। उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर भेदभाव का आरोप लगाया। कुछ विधायकों ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे साझा किए और AAP पर भ्रष्टाचार व नेतृत्व में पारदर्शिता की कमी के आरोप लगाए।
AAP का जवाब
आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने इस्तीफा देने वाले विधायकों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि ये विधायक अपने क्षेत्रों में सक्रिय नहीं थे, इसलिए इन्हें दोबारा टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, “अगर कोई टिकट न मिलने की वजह से पार्टी छोड़ता है, तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। राजनीति में यह आम बात है।”
बीजेपी की रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी इन नेताओं को शामिल कर अपने संगठन को मजबूत कर रही है। दिल्ली में आप की मजबूत पकड़ को चुनौती देने के लिए बीजेपी इस कदम को अहम मान रही है।
आम आदमी पार्टी के 8 विधायकों का इस्तीफा और बीजेपी में शामिल होना दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी विधानसभा चुनावों में इसका असर क्या पड़ता है और बीजेपी इन नए नेताओं को कैसे इस्तेमाल करती है।