Delhi Bihar Earthquake: सोमवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। जब लोग अपने बिस्तर से उठ ही रहे थे, तभी अचानक धरती हिलने लगी। लोगों ने बताया कि झटके बहुत तेज थे और कंपन भी जबरदस्त था। कुछ लोगों को तो ऐसा महसूस हुआ मानो बम ब्लास्ट हो गया हो। भूकंप के झटकों की वजह से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया।
भूकंप के झटकों से हिला दिल्ली-एनसीआर
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। खासतौर पर ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों ने इसे ज्यादा महसूस किया। वह तुरंत ही सुरक्षित स्थान की ओर भागे। हालांकि, राहत की बात यह रही कि अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।



रिक्टर स्केल पर 4.0 की तीव्रता, केंद्र दिल्ली में
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 4.0 थी। इसका केंद्र दिल्ली में ही था और यह जमीन से मात्र पांच किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। भूकंप का केंद्र 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था।
क्यों बार-बार लगते हैं दिल्ली में भूकंप के झटके?
दिल्ली-एनसीआर भूकंपीय क्षेत्र IV में आता है, जिसे भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। इस क्षेत्र में समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
ये भी पढ़े:-Delhi Assembly Elections 2025: राजधानी में जीत के बाद PM मोदी का दिल्ली के लोगों के लिए खास संदेश
हाल ही में, 7 जनवरी को भी भारत, नेपाल और बांग्लादेश में सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, नेपाल और भारत के सिक्किम की सीमा के पास चीन के नियंत्रण वाले तिब्बत क्षेत्र में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंप के दौरान क्या करें और क्या न करें?
भूकंप के दौरान खुद को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए:
- खुले स्थान पर जाएं: यदि आप घर या बिल्डिंग में हैं तो बाहर खुले स्थान पर जाने की कोशिश करें।
- टेबल या मजबूत वस्तु के नीचे छुपें: यदि बाहर जाना संभव न हो तो किसी मजबूत टेबल के नीचे बैठें और सिर को सुरक्षित रखें।
- लिफ्ट का प्रयोग न करें: भूकंप के दौरान लिफ्ट में फंसने का खतरा रहता है, इसलिए सीढ़ियों का उपयोग करें।
- खिड़की और कांच से दूर रहें: भूकंप के दौरान शीशे के टूटने का खतरा रहता है, इसलिए इनसे दूरी बनाए रखें।
- अफवाहों से बचें: भूकंप के बाद अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
दिल्ली में पहले भी आ चुके हैं तेज भूकंप
दिल्ली-एनसीआर में इससे पहले भी कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
- 26 जनवरी 2001: गुजरात में आए भूकंप का असर दिल्ली तक महसूस किया गया था।
- 5 मार्च 2012: दिल्ली-एनसीआर में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया था।
- 29 मई 2020: 4.6 तीव्रता के भूकंप के झटके दिल्ली में महसूस किए गए थे।
- 2023: पिछले साल भी कई बार हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप आए थे।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके अब आम हो गए हैं, लेकिन यह खतरे की घंटी भी है। इस क्षेत्र में अधिक तीव्रता का भूकंप आने की संभावना बनी रहती है। इसलिए लोगों को सतर्क और तैयार रहना चाहिए। भूकंप के समय घबराने के बजाय सुरक्षा उपायों का पालन करना ही सबसे अच्छा तरीका है।