India 6G launch soon: भारत तेजी से 6G तकनीक की ओर बढ़ रहा है, जो 5G की तुलना में 100 गुना तेज और अधिक उन्नत होगी। वर्तमान में देश के 99% क्षेत्र में 5G नेटवर्क की पहुंच है, और सरकार अब 6G तकनीक के विकास को प्राथमिकता दे रही है। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में इस विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत का लक्ष्य 2027 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना है। इसके लिए देश को डिजिटल रूप से अधिक सक्षम और अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होना आवश्यक है।
6G तकनीक की विशेषताएँ
6G नेटवर्क में कई नई तकनीकों का समावेश होगा, जो इसे मौजूदा नेटवर्क से अधिक तेज, सुरक्षित और कुशल बनाएंगी। 6G नेटवर्क की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
- अत्यधिक तेज़ इंटरनेट स्पीड: 6G नेटवर्क 100Mbps तक की स्पीड प्रदान कर सकता है, जिससे इंटरनेट कनेक्टिविटी कई गुना बेहतर होगी।
- सैटेलाइट कनेक्टिविटी: 6G तकनीक में सैटेलाइट आधारित कनेक्टिविटी को भी शामिल किया जाएगा, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों तक भी उच्च गति की इंटरनेट सेवाएँ उपलब्ध हो सकेंगी।
- AI-ड्रिवन कम्युनिकेशन: 6G नेटवर्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग से स्मार्ट कम्युनिकेशन सिस्टम विकसित करेगा।
- बेहतर बैटरी बैकअप: 6G तकनीक सेंसर-आधारित नेटवर्क पर आधारित होगी, जो केवल तभी सक्रिय होगा जब डिवाइस उपयोग में होगा, जिससे बैटरी की खपत कम होगी।
6G एलायंस: भारत की रणनीति
भारत में 6G तकनीक के विकास को गति देने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने 2023 में इंडिया 6G एलायंस की स्थापना की। इस एलायंस का उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप्स, कंपनियों और निर्माताओं को एकजुट कर 6G इनोवेशन को प्रोत्साहित करना है।



डिजिटल क्रांति की ओर भारत
भारत की डिजिटल प्रगति पिछले कुछ वर्षों में काफी तेज रही है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि भारत ने केवल 22 महीनों में 5G लॉन्च किया, जो वैश्विक स्तर पर सबसे तेज़ था। इससे पहले, 3G में भारत की गति धीमी थी, लेकिन 4G और 5G के मामले में देश ने वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा की और अब 6G में अग्रणी बनने की क्षमता रखता है।
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इंटरनेट स्पीड और डेटा कॉस्ट में बड़ा बदलाव
लगभग 10 साल पहले, भारत में इंटरनेट स्पीड मात्र 1.5Mbps हुआ करती थी, लेकिन 5G के आने के बाद यह कई गुना बढ़ चुकी है। इसी तरह, डेटा की कीमत में भी भारी गिरावट आई है। पहले 1GB डेटा की कीमत लगभग 287 रुपये थी, जो अब घटकर 9 रुपये रह गई है। हालांकि, टेलीकॉम कंपनियों ने हाल ही में टैरिफ बढ़ाने के निर्णय भी लिए हैं।
6G से संभावित बदलाव
6G तकनीक के आने से विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन होंगे, जैसे:
- शिक्षा: रियल-टाइम वर्चुअल क्लासरूम और इमर्सिव लर्निंग अनुभव।
- स्वास्थ्य: टेलीमेडिसिन सेवाओं में सुधार और सटीक रोग निदान।
- औद्योगिक क्षेत्र: स्मार्ट फैक्ट्री और ऑटोमेशन में बढ़ोतरी।
- सुरक्षा: साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने और अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली विकसित करने में मदद।
भारत 6G तकनीक को तेजी से अपनाने और विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है। सरकार और उद्योग जगत मिलकर इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। यदि भारत अपने लक्ष्यों को प्राप्त करता है, तो वह 6G के क्षेत्र में विश्व स्तर पर अग्रणी बन सकता है। यह न केवल डिजिटल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि देश की आर्थिक और तकनीकी प्रगति को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।