International Day of Zero Tolerance for Female Genital Mutilation
International Day of Zero Tolerance for Female Genital Mutilation: महिला जननांग विकृति (Female Genital Mutilation – FGM) एक गंभीर मानवाधिकार हनन है जो लाखों महिलाओं और लड़कियों को शारीरिक और मानसिक पीड़ा पहुंचाता है। इसे रोकने और इसके प्रति वैश्विक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 6 फरवरी को “महिला जननांग विकृति के प्रति शून्य सहनशीलता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस” मनाया जाता है। यह दिन इस प्रथा को समाप्त करने और प्रभावित महिलाओं व लड़कियों को न्याय दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
महिला जननांग विकृति को आमतौर पर चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है:
FGM का उद्देश्य अक्सर सांस्कृतिक, धार्मिक, या सामाजिक परंपराओं से जुड़ा होता है। इसे महिलाओं की “पवित्रता” बनाए रखने, विवाह योग्यता सुनिश्चित करने, या सामाजिक स्वीकृति प्राप्त करने के लिए आवश्यक समझा जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर लड़कियों के बचपन या किशोरावस्था के दौरान की जाती है।
FGM का महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक और गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसके कुछ प्रमुख दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं:
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 200 मिलियन से अधिक महिलाएं और लड़कियां FGM की शिकार हुई हैं। यह प्रथा मुख्य रूप से अफ्रीकी देशों, मध्य पूर्व, और कुछ एशियाई समुदायों में प्रचलित है। हालाँकि, प्रवासन के कारण यह समस्या अब यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी देखी जा रही है।
FGM को समाप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन, और कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने अनेक पहल शुरू की हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रयास हैं:
भारत में FGM की प्रथा मुख्य रूप से दाऊदी बोहरा समुदाय में पाई जाती है। इसे स्थानीय रूप से “ख़तना” या “ख़फ़्ज़” के नाम से जाना जाता है। हालाँकि यह प्रथा भारत में व्यापक रूप से प्रचलित नहीं है, लेकिन यह चिंता का विषय बना हुआ है। 2017 में, भारत में महिला जननांग विकृति के खिलाफ कई याचिकाएँ दायर की गईं, जिससे इस मुद्दे पर राष्ट्रीय बहस छिड़ी।
भारत सरकार ने FGM को रोकने के लिए कानून बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं, लेकिन अभी तक कोई सख्त कानूनी प्रावधान नहीं है।
इस दिन का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों की रक्षा के लिए वैश्विक प्रतिबद्धता को मजबूत करना है। यह दिवस निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करता है:
FGM को समाप्त करने के लिए सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को मिलकर कार्य करना होगा। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
महिला जननांग विकृति एक क्रूर और अमानवीय प्रथा है जो न केवल महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों का उल्लंघन करती है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और विकास को भी बाधित करती है। “महिला जननांग विकृति के प्रति शून्य सहनशीलता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस” हमें यह याद दिलाता है कि इस प्रथा को समाप्त करने के लिए तत्काल और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
यह हमारा नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है कि हम FGM के खिलाफ आवाज उठाएँ और उन लड़कियों और महिलाओं को सशक्त करें जो इस अन्याय का शिकार हुई हैं। एक संयुक्त प्रयास से, हम इस प्रथा को समाप्त कर सकते हैं और एक ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ हर महिला और लड़की अपने जीवन को सम्मान, स्वतंत्रता और सुरक्षा के साथ जी सके।
ContentSlot online Party Gaming - Incentives - Frequently asked questionsIntellectBet Casino: fifty Free Spins No…
ΔημοσιεύσειςΤο καλύτερο καζίνο με κατάθεση 1$ στη Νέα Ζηλανδία - Οι καλύτερες ιστοσελίδες στο διαδίκτυο…
Objeví se však Madame Medúza, která vytáhne zbraň a nevědomky střílí na zrcadlo. Rozbije rám…
ArticlesKing online live casino: Fantastic Purpose graphics and you may structureSweepstakes Gambling enterprises NumberMuch more…
Pay attention to the paylines and place constraints considering your finances. An educated imaginative, progressive…
Specific slot builders are you to definitely-struck wonders, just about, which have one trademark video…