National Tourism Day 2025:भारत की ऐतिहासिक धरोहरों, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। 25 जनवरी को हर साल इस अद्भुत देश की खूबसूरती और विविधता को उजागर करने के लिए राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है। भारत की विशाल विरासत, पर्यटन स्थानों और उनके सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक महत्व को समझने और बढ़ावा देने के लिए आज का दिन समर्पित है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व | National Tourism Day 2025|
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा पर्यटक स्थलों की सुरक्षा और संरक्षण करना है। पर्यटन स्थानीय समुदायों को रोजगार के नए अवसर देकर देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
2025 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का विषय होगा “पर्यटन: समावेशी विकास की ओर।” यह थीम पर्यटन कैसे समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचा सकता है, खासकर पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों में।



भारत की प्रमुख पर्यटन स्थल
भारत में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है। कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची है:
- समकालीन भारत का प्रतीक:
Gateway of India, Mumbai: भारत की आर्थिक राजधानी में स्थित यह ऐतिहासिक स्मारक देश के औपनिवेशिक इतिहास को चित्रित करता है।
India Gate, Delhi: यह स्मारक उन सैनिकों की याद में बनाया गया है जो पहले विश्व युद्ध में मर गए।
- धार्मिक स्थानों में अविश्वसनीय विविधता:
वाराणसीः यह प्राचीन शहर गंगा नदी के किनारे है और धार्मिक स्थान है।
अजमेर शरीफ दरगाह: यह हर धर्म के लोग श्रद्धा से आते हैं, क्योंकि यह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार है।
मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर: भक्तों की आस्था का केंद्र गणपति भगवान का यह मंदिर है।
- प्राकृतिक सौंदर्य की जगहें:
कश्मीरः धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर की वादियाँ, गुलमर्ग और डल झील पर्यटकों का आकर्षण हैं।
बैकवॉटर्स केरल: यहाँ के हाउसबोट, समुद्र तट और हरियाली विश्व प्रसिद्ध हैं।
मेघालय की गुफाएँ: यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक चमत्कारों के लिए जाना जाता है।
- पुरातात्विक और सांस्कृतिक स्थान:
आगरा में ताजमहल: विश्व के सात अजूबों में से एक प्रेम का यह प्रतीक है।
राजस्थान और उदयपुर: राजस्थान के ये शहर महलों, किलों और राजसी जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध हैं।
महाबलीपुरम: तमिलनाडु में स्थित यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थान अद्भुत शिल्पकारी के लिए जाना जाता है।
पर्यटन का सामाजिक और आर्थिक महत्व |National Tourism Day 2025|

पर्यटन सामाजिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है और मनोरंजन का एक साधन है।
- धन योगदान:
भारत की जीडीपी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पर्यटन है। भारत का पर्यटन क्षेत्र 2025 तक 15% तक बढ़ सकता है।
लाखों लोगों को काम मिलता है। इससे होटल, ट्रैवल एजेंसियां, गाइड्स और हस्तशिल्प क्षेत्र लाभ उठाते हैं।
- संरक्षण की संस्कृति:
पर्यटन स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बचाता है। पर्यटक स्थानीय भोजन, लोक कला और हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करते हैं।
- वैश्विक संबंध:
पर्यटकों के आगमन से दुनिया भर में भारत की छवि मजबूत होती है और विभिन्न देशों में सांस्कृतिक समन्वय होता है।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ और समाधान
पर्यटन के बढ़ते प्रभाव से कई बार पर्यावरण को भी नुकसान होता है। प्रमुख समस्याओं में प्लास्टिक कचरा, जल और वायु प्रदूषण, और वन्यजीवन पर प्रभाव शामिल हैं।
इन समस्याओं के समाधान के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं:
- सतत पर्यटन: इको-फ्रेंडली पर्यटन स्थलों का विकास और सोलर पैनल, बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग।
- शिक्षा और जागरूकता: पर्यटकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने के लिए अभियान चलाना।
- नियमों का पालन: सरकार द्वारा पर्यटन स्थलों पर कचरा प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण के लिए सख्त नियम लागू करना।
डिजिटल युग में पर्यटन का महत्व |National Tourism Day 2025|
2025 में डिजिटल तकनीक ने पर्यटन के अनुभव को पूरी तरह बदल दिया है। आज, यात्रा की योजना बनाना, होटल बुक करना, और गाइडेड टूर का लाभ उठाना स्मार्टफोन और ऐप्स के जरिए आसान हो गया है। वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) ने पर्यटन स्थलों के अनुभव को और भी रोमांचक बना दिया है।
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प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे MakeMyTrip, Airbnb और Incredible India ने पर्यटन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2025: भविष्य की ओर
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2025 में मनाया जाता है, जो न केवल भारत की सुंदरताओं की याद दिलाता है, बल्कि यह भी बताता है कि पर्यटन कैसे समाज और देश को बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
थीम आधारित कार्यक्रम
2025 में, भारत सरकार और विभिन्न राज्य पर्यटन बोर्डों ने कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं:
- सस्टेनेबल टूरिज्म वर्कशॉप्स: पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए।
- सांस्कृतिक उत्सव: स्थानीय संस्कृति, कला और भोजन को प्रदर्शित करने के लिए।
- फोटो प्रतियोगिताएँ: पर्यटकों को अपनी यात्रा के अनुभव साझा करने के लिए प्रेरित करने हेतु।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस भारत के पास कुछ देने को है। आज हमारे धरोहरों और संस्कृति को बचाने की जरूरत है और सतत पर्यटन ही भविष्य का रास्ता है।
हम सभी का भारत को “अतुल्य भारत” बनाने में योगदान महत्वपूर्ण है। इस राष्ट्रीय पर्यटन दिवस पर, आइए हम अपने देश के सुंदर स्थानों को देखें और अपनी सांस्कृतिक सम्पदाओं को बचाने का संकल्प लें।