Union Budget 2025-26

Union Budget 2025-26: शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की होगी एंट्री, 500 करोड़ का मिला बजट

Union Budget 2025-26: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025-26 पेश करते हुए शिक्षा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए एक नए उत्कृष्टता केंद्र (Centre of Excellence) की स्थापना की घोषणा की। इस पहल के लिए सरकार ने 500 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। यह केंद्र शिक्षा क्षेत्र में AI के उपयोग को बढ़ावा देने और नवाचार को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

AI के तीन पूर्व घोषित केंद्र

2023 के बजट भाषण में, सीतारमण ने कृषि, स्वास्थ्य और सतत शहरों (Sustainable Cities) के लिए तीन AI उत्कृष्टता केंद्रों की घोषणा की थी। इन केंद्रों का उद्देश्य AI तकनीकों का उपयोग करके इन क्षेत्रों में सुधार लाना था। अब, शिक्षा क्षेत्र में एक नया उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा, जो शिक्षण और अनुसंधान में AI के उपयोग को और अधिक प्रभावी बनाएगा।

घरेलू विनिर्माण और उद्योग 4.0 को मिलेगा बढ़ावा

सरकार घरेलू विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इंडस्ट्री 4.0 के तहत उन्नत प्रौद्योगिकी अपनाने और कुशल जनशक्ति तैयार करने के लिए सरकार कुछ विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करेगी। यह पहल उच्च-कौशल (high skills) और नवीनतम तकनीकों को अपनाने पर केंद्रित होगी, जिससे उद्योग को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी।

युवाओं के लिए पांच राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र

सीतारमण ने युवाओं को उद्योग से जुड़े कौशल प्रदान करने के लिए पांच राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (National Centres of Excellence for Skilling) की भी घोषणा की। इन केंद्रों की स्थापना वैश्विक भागीदारी (global partnerships) के साथ की जाएगी, जिससे ‘Make for India’ और ‘Make for the World’ पहल को समर्थन मिलेगा। इन केंद्रों में:

  • नए पाठ्यक्रमों का निर्माण
  • प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण
  • कौशल प्रमाणन (skill certification) ढांचा
  • नियमित मूल्यांकन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।

AI के बढ़ते प्रभाव और नौकरियों पर चिंता

दुनिया भर में AI तकनीकों के तेजी से विकास के कारण कई क्षेत्रों में नौकरियों के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। भारत के आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 ने इस चिंता को उजागर किया कि विशेष रूप से कम-कौशल (low-skill) और कम-मूल्य वर्धित (low-value-added) सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी AI के कारण सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

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रिपोर्ट में “मजबूत संस्थानों” (robust institutions) की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया गया है, जो श्रमिकों को मध्यम और उच्च-कौशल नौकरियों की ओर स्थानांतरित करने में सहायता करेंगे। AI के प्रभाव को संतुलित करने के लिए सरकार को नई नीतियां और पुनर्प्रशिक्षण (reskilling) कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता होगी।

शिक्षा में AI के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जो भारत में AI-आधारित शिक्षण और अनुसंधान को गति देगा। इसके साथ ही, घरेलू विनिर्माण, इंडस्ट्री 4.0 और स्किलिंग केंद्रों की स्थापना से भारत की आर्थिक और औद्योगिक वृद्धि को बल मिलेगा। हालांकि, नौकरियों पर AI के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, श्रमिकों के लिए पुनर्प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत होगी।

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