Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान संपन्न हो चुका है और अब सबकी नजरें 8 फरवरी को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। इस बीच, मुंबई सट्टा बाजार का पूर्वानुमान भी सामने आया है, जो चौंकाने वाला है। अनुमान के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल चौथी बार विधायक बनने के साथ ही मुख्यमंत्री पद पर भी काबिज हो सकते हैं। सट्टा बाजार के आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी और कांग्रेस के सीएम बनने की संभावना बेहद कम है।
मुंबई सट्टा बाजार के आंकड़े क्या कहते हैं?
मुंबई सट्टा बाजार के मुताबिक,
- अरविंद केजरीवाल का भाव 11 पैसे
- बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का भाव 49 पैसे
- कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का भाव 3 रुपये
सट्टा बाजार के नियम के अनुसार, जिसका भाव कम होता है, उसकी जीतने की संभावना अधिक होती है। इस लिहाज से अरविंद केजरीवाल सबसे मजबूत दावेदार नजर आ रहे हैं, जबकि बीजेपी कुछ हद तक टक्कर में है और कांग्रेस बहुत पीछे दिखाई दे रही है।
केजरीवाल का मुकाबला किनसे है?
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल का मुकाबला बीजेपी के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से है। इस सीट पर केजरीवाल लगातार तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं:
- 2020 में बीजेपी के सुनील कुमार यादव को हराया था।
- 2015 में बीजेपी की नुपूर शर्मा को मात दी थी।
- 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को बड़े अंतर से हराया था।
नई दिल्ली सीट जीतने के साथ-साथ AAP के लिए बहुमत लाना भी अनिवार्य है, तभी अरविंद केजरीवाल दोबारा मुख्यमंत्री बन सकेंगे।
दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कितना बहुमत चाहिए?
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 36 सीटों की जरूरत होती है।
- 2020 के चुनाव में:
- AAP ने 62 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया था।
- बीजेपी 8 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी।
- कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।
क्या कहता है चुनावी विश्लेषण?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विपक्ष कोई ठोस रणनीति नहीं बना पाया है। उनकी सरकार की मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की नीतियां जनता को आकर्षित कर रही हैं। हालांकि, बीजेपी ने इस बार आक्रामक प्रचार अभियान चलाया है और मोदी लहर के सहारे दिल्ली में बढ़त बनाने की कोशिश कर रही है।
मुंबई सट्टा बाजार के अनुमान के अनुसार, अरविंद केजरीवाल एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं। हालांकि, अंतिम फैसला 8 फरवरी को आने वाले चुनावी नतीजों पर निर्भर करेगा। अगर AAP को बहुमत मिलता है, तो यह अरविंद केजरीवाल की लगातार चौथी जीत होगी, लेकिन अगर बीजेपी ने अप्रत्याशित प्रदर्शन किया, तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।