Murder of Gangster Gatarou: जम्मू का अत्यधिक व्यस्त और कड़ी सुरक्षा वाला ज्वेल चौक मंगलवार को गोलियों की आवाज से गूंज उठा। दोपहर करीब 1:30 बजे तीन हमलावरों ने लाल रंग की थार गाड़ी में सवार कुख्यात गैंगस्टर सुमित जंडियाल उर्फ गटारू पर नजदीक से गोलीबारी की। गटारू को चार गोलियां मारी गईं, जिनमें से तीन उसे लगीं। घटना के तुरंत बाद गटारू की मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारों ने वारदात को अंजाम देने के बाद एक स्कूटी सवार को धक्का देकर उसकी स्कूटी छीन ली और फरार हो गए।
पुलिस स्टेशन के पास हुई हत्या
गटारू की हत्या ठीक उसी अंदाज में की गई जैसे प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की। ज्वेल चौक जैसे अत्यधिक सुरक्षित क्षेत्र में यह घटना चौंकाने वाली है। हत्या स्थल से मात्र 100 मीटर की दूरी पर नवाबाद पुलिस थाना और 200 मीटर की दूरी पर एमए स्टेडियम स्थित है, जहां गणतंत्र दिवस समारोह के लिए सुरक्षा तैनात थी। इसके बावजूद हमलावर आसानी से फरार हो गए।
गटारू पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग
गटारू अपनी थार (नंबर जेके21-0770) में अकेले था और उसके पास भी पिस्तौल थी, लेकिन वह उसका इस्तेमाल नहीं कर पाया। जैसे ही वह ज्वेल चौक की रोटरी पर पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने उस पर चार गोलियां दागीं। पुलिस के अनुसार, दो गोलियां उसके पेट में, एक माथे पर और एक उसकी गाड़ी पर लगी।
खौफ गैंग ने ली जिम्मेदारी
वारदात के दो घंटे के भीतर खौफ गैंग ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर इस हत्या की जिम्मेदारी ली। पोस्ट में खौफ गैंग के अनिल राजा और बंटी राजा ने गटारू की हत्या को अपने साथी शुन्नू की मौत का बदला बताया। शुन्नू पिछले साल कठुआ में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। गैंग को शक था कि गटारू ने ही पुलिस को शुन्नू की जानकारी दी थी।
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पुलिस ने की हमलावरों की पहचान
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन ने बताया कि तीनों हमलावरों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने इसे आतंकी घटना मानने से इनकार किया।
गटारू का आपराधिक इतिहास
सुमित जंडियाल उर्फ गटारू मूल रूप से विजयपुर के वार्ड नंबर नौ का रहने वाला था। वह गटारू गैंग का सरगना था और उस पर सांबा जिले में पांच संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे। पिछले साल उसे पीएसए के तहत जेल भेजा गया था। हालांकि, कोर्ट ने पीएसए को खारिज करते हुए उसे जमानत दे दी थी।
भीड़भाड़ वाले इलाके में वारदात
ज्वेल चौक जम्मू का एक व्यस्त क्षेत्र है, जहां हमेशा जाम लगा रहता है। हमलावरों ने इसी का फायदा उठाया और गटारू को बचने का मौका नहीं दिया। घटना के बाद नवाबाद पुलिस ने गटारू को जीएमसी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने वारदात के दौरान इस्तेमाल किए गए दो वाहनों को जब्त कर लिया है। मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। गटारू की हत्या ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।