Police attacked in Chandigarh Sector 38: गणतंत्र दिवस को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। सेक्टर 38 ए स्थित ईडब्ल्यूएस कॉलोनी के बाहर थाना 39 के कांस्टेबल प्रदीप ने सुरक्षा की दृष्टि से नाकाबंदी कर रखी थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार सफेद मारुति फ्रांक्स कार ने पुलिसकर्मियों को सतर्क कर दिया। जब कांस्टेबल प्रदीप ने कार को रुकने का इशारा किया, तो चालक ने इशारे की अनदेखी की और गाड़ी को तेजी से भगाने लगा।
पुलिस पर किया गया हमला
गाड़ी का पीछा करने के दौरान चालक ने गाड़ी रोककर एक व्यक्ति को उतार दिया। कांस्टेबल प्रदीप ने तुरंत उसे दबोच लिया। हालांकि, थोड़ी ही देर में आरोपी चालक वापस लौटा और अपने साथी को छुड़ाने के लिए कांस्टेबल पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। इस दौरान डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल के सीनियर कांस्टेबल दीप ने स्थिति संभालने में प्रदीप की मदद की। दोनों पुलिसकर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए चालक को पकड़ने की कोशिश की।
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पकड़े जाने पर चालक ने अपनी पिस्टल निकालकर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। चार गोलियां चलाई गईं, जिनमें से एक कांस्टेबल दीप की ओर भी थी। दीप ने सतर्कता दिखाते हुए गोलीबारी से खुद को बचाया, लेकिन इस हंगामे के दौरान आरोपी का साथी मौके से फरार हो गया। इसके बाद आरोपी भी कार में बैठकर वहां से भाग निकला।
तफतीश जारी
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में पता चला है कि सफेद मारुति फ्रांक्स कार लुधियाना की एक महिला, ज्योति वर्मा, के नाम पर पंजीकृत है। अब पुलिस की एक टीम लुधियाना जाकर ज्योति वर्मा से पूछताछ करेगी। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी किस प्रकार से इस गाड़ी का उपयोग कर रहे थे और उनका महिला से क्या संबंध है।
पुलिसकर्मियों की सतर्कता
इस घटना ने पुलिसकर्मियों की सतर्कता और बहादुरी को उजागर किया है। कांस्टेबल प्रदीप और सीनियर कांस्टेबल दीप ने अपनी जान जोखिम में डालकर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की। हालांकि आरोपी भागने में सफल रहा, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच के चलते जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है।
सुरक्षा के इंतजाम और चुनौतियां
गणतंत्र दिवस जैसे विशेष अवसरों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाती है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस को सतर्कता के साथ-साथ आधुनिक उपकरणों और संसाधनों की आवश्यकता है, ताकि ऐसे अपराधियों को मौके पर ही रोका जा सके।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अपराधियों की पहचान के लिए विभिन्न सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा, स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस घटना से जुड़े अन्य पहलुओं का खुलासा हो सके।
चंडीगढ़ पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।